✈️ अहमदाबाद विमान हादसा: जब सपनों से भरी एक उड़ान मौत की आगोश में समा गई

12 जून 2025, दोपहर का वक्त। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोज़ की तरह रौनक थी। लोग अपनों से मिलने, पढ़ाई करने या छुट्टियां बिताने के लिए अपनी-अपनी उड़ानों का इंतज़ार कर रहे थे। उसी भीड़ में एक फ्लाइट थी – Air India Flight AI-171 – जो लंदन गैटविक के लिए रवाना होने को तैयार थी।

इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे: 230 यात्री और 12 चालक दल। कुछ पहली बार विदेश जा रहे थे, कुछ लंबे समय बाद परिवार से मिलने। उम्मीदों, सपनों और भावनाओं से भरा यह Dreamliner, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों में एक बुरे सपने में बदल गया।


💥 टेकऑफ… और फिर सन्नाटा

दोपहर 1:38 बजे विमान ने उड़ान भरी। कुछ ही मिनटों बाद, पायलट ने एटीसी को “Mayday” सिग्नल भेजा। कुछ गड़बड़ थी। इंजन में आग की आशंका जताई गई थी। उसके बाद रडार स्क्रीन पर सिर्फ सन्नाटा छा गया।

पाँच मिनट के भीतर, विमान ने अहमदाबाद के मेघानी नगर इलाके में एक मेडिकल हॉस्टल से टकरा कर भीषण आग पकड़ ली। आसपास के लोगों ने आसमान से आग की एक लपट गिरती देखी, फिर ज़मीन हिलाने वाला धमाका सुना।


🔥 दृश्य जो रुला दें

हादसे के दृश्य रोंगटे खड़े कर देने वाले थे — हॉस्टल के मलबे में घुसा विमान, लपटों में झुलसती सीटें, और मदद के लिए दौड़ते स्थानीय लोग। दमकल, NDRF और पुलिस ने मोर्चा संभाला, लेकिन आग इतनी तेज थी कि कई जानें बचाई नहीं जा सकीं।


🧑‍⚕️ कौन थे उस फ्लाइट में?

इस हादसे ने सिर्फ शरीर ही नहीं, सैकड़ों परिवारों की उम्मीदें भी तोड़ दीं।

  • फ्लाइट में एक गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री, तीन डॉक्टर, कुछ अंतरराष्ट्रीय छात्र और नवविवाहित जोड़े भी सवार थे।
  • एक माँ अपने तीन साल के बेटे के साथ विदेश जा रही थी — उसका पहला इंटरनेशनल ट्रिप।

हर सीट एक कहानी थी, जो अधूरी रह गई।


🕵️‍♂️ क्या थी दुर्घटना की वजह?

Air India और DGCA ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। शुरुआती संकेतों में इंजन फेलियर की बात सामने आई है, लेकिन फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (Black Box) की जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेगी।

यह पहला मौका है जब Boeing 787 Dreamliner जैसे भरोसेमंद विमान का इतना बड़ा हादसा हुआ है। सवाल यह भी उठता है – क्या तकनीकी लापरवाही या मेंटेनेंस में चूक इसकी वजह थी?


💔 उड़ान जो कभी मंज़िल तक नहीं पहुंची

हर उड़ान सिर्फ यात्रा नहीं होती – वह रिश्तों, आशाओं और ज़िंदगियों का पुल होती है। AI-171 की उड़ान में 242 ज़िंदगियाँ थीं… और अब 242 कहानियाँ अधूरी हैं।

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